सरकार द्वारा महिला-सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई सरकारी स्कीम ‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ को 31 मार्च, 2025 से आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया गया है. इसका मतलब यह है कि अब इस योजना के तहत कोई जमा या निवेश को स्वीकार नहीं किया जाएगा. वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) ने 27 मार्च, 2025 के एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से औपचारिक रूप से घोषणा की है कि ‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ (एमएसएससी) योजना 31 मार्च, 2025 से आगे जारी नहीं रहेगी.
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट
डाक विभाग ने 28 मार्च 2025 को एसबी ऑर्डर के माध्यम से कहा कि “वित्त मंत्रालय ने पत्र संख्या 141112019- एनएस-भाग (1) दिनांक 27.03.2025 के माध्यम से सूचित किया है कि ‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ (एमएसएससी) से संबंधित मौजूदा दिशा-निर्देशों और अधिसूचनाओं के अनुसार, यह योजना केवल 31 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेगी. इस डेट के बाद योजना के तहत कोई नई जमा राशि स्वीकार नहीं की जाएगी.
एमएसएससी न होने का क्या प्रभाव होगा?
‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ अब निवेश के लिए बंद हो गई है, अब आपको निवेश के लिए दूसरी सरकारी स्कीम की तलाश करनी होगी. वहीं जिन महिलाओं ने इस स्कीम में निवेश किया है उनको 7.5% ब्याज मिलेगा. अब इस योजना के तहत कोई खाता नहीं खोला जा सकता है.
इस स्कीम में निवेश की न्यूनतम राशि 1 हजार रुपए थी और अधिकतम निवेश की राशि 2 लाख रुपए प्रति व्यक्ति थी. ये योजना विशेष रूप से महिला और बालिका निवेशकों के लिए उपलब्ध थी.
इसमें कर सकतें हैं निवेश
जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि सरकार द्वारा इस स्कीम को बंद कर दिया है. अब इसमें कोई भी नया खाता नहीं खुलवा सकता, लेकिन आप इस स्कीम के अलावा सरकार द्वारा चलाई जा रही इन स्कीम में निवेश कर सकते हैं. इसमें शामिल पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) है. ये टैक्स मुक्त ब्याज और 15 साल की अवधि वाला एक निवेश है. इस योजना में आपको 7.1% का ब्याज मिलता है. दूसरी स्कीम सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) है. इस स्कीम को बालिकाओं के लिए बनाया गया है, यह योजना उच्च ब्याज दर और टैक्स लाभ प्रदान करती है.यह योजना वर्तमान में 8.2% ब्याज दर प्रदान करती है.